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January 28, 2017
Saturday, January 28, 2017

Seniormost brown belt karate Champion | Arjun Soni

वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी, "पूत के पॉंव पलने में पहचाने जाते है" यह बात अपने गांव धांगड़ के अर्जुन के लिए बिलकुल सार्थक है। आइये आज में  परिचित करवाता हूँ, बहुमुखी प्रतिभा संपन्न अर्जुन से ।
Juniormost Inter-School Karate Champion Dhanger (Fatehabad)
Arjun Soni

अर्जुन सोनी अभी 10 साल का है लेकिन होंसले बड़े बुलन्द है। गाँधी विद्या मंदिर में पढ़ रहे इस बच्चे को कराटे में बेहद रूचि है। इसी रूचि और लगन का ही परिणाम है अर्जुन ने इन्टर स्कूल कराटे चैम्पिनशिप में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा और भी कई मैडल और पुरस्कार हासिल किये है। कराटे कोच बसंत कुमार भी इसकी प्रतिभा के कायल है। न सिर्फ कराटे में बल्कि अर्जुन स्कूल में होने वाली अतिरिक्त गतिविधियों में भी भाग लेता है।
Arjun Soni
इतना ही नहीं वह पढाई में भी कम नही है अर्जुन इन बहुमुखी प्रतिभा के पीछे उनके पिता का बहुत बड़ा योगदान है. उनके पिता श्री बबलू सोनी का कहना है अर्जुन का शुरू से ही खेल कूद शौक रहा है और आज जब उसे कराटे में अपना लोहा मनवाना है तो मैं हमेशा उसके साथ हूँ. अर्जुन का कहना है "मैं एक दिन देश के लिए खेलना चाहता हूँ। स्कूल, ट्यूशन, होमवर्क फिर कराटे क्लास इन सब के लिए टाइम निकलना मुश्किल होता है, लेकिन अपने माता पिता और देश के लिए में सारी मुश्किलों से लड़ने के लिए तैयार हूँ।''


मैं बबलू जी की बात से पूरी तरह सहमत हूँ कि बच्चों को पढाई का साथ साथ खेल कूद में भी भाग लेना चाहिए। खेल कूद शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहद जरुरी है। आजकल हम देखते है अक्सर माँ बाप अपने बच्चों की पढाई की तरफ ज्यादा ध्यान देते है पर उनके स्कूल में होने वाली अतिरिक्त गतिविधियों के बारे में इतना नही सोचते। माता पिता को अपने बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभाओं को पहचानना चाहिए और उनकी पढाई के साथ साथ उनकी रुचियों, खेलों की तरफ भी ध्यान देना चाहिए।

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