शौर्य बहादुरी वरिष्ठ नागरिक राज्य पुरस्कार के लिए फतेहाबाद के 70 वर्षीय लालचंद तथा वीना भ्याणा सम्मानित होने जा रहे हैं। लालचंद को डूबते हुए बच्चे को बचाने के लिए शौर्य पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा रहा है तथा वीना भ्याणा को पति को किडनी देकर जान बचाने के लिए बहादुरी पुरस्कार दिया जा रहा है। दोनों को वरिष्ठ राज्य पुरस्कार के लिए पंचकूला में बुलाया गया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से वरिष्ठ नागरिक राज्य पुरस्कार के लिए आवेदन मांगे थे। विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वालों की जिला समाज कल्याण विभाग की ओर से सूची भेजी गई, जिसमें शौर्य बहादुरी प्रथम पुरस्कार के लिए धांगड़ निवासी लालचंद तथा द्वितीय पुरस्कार के लिए जगजीवनपुरा निवासी वीना भ्याणा का चयन किया गया। लालचंद को प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 हजार रुपये तथा वीना भ्याणा को द्वितीय पुरस्कार के रूप में 30 हजार रुपये दिए जाएंगे।
जान की परवाह छोड़कर 70 वर्षीय लालचंद ने बचाई थी बच्चे की जान
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Lal Chand Kharbash |
वर्ष 2012 में धांगड़ के लालचंद ने पानी की डिग्गी में डूबते बच्चे की जान बचाई थी। लालचंद के अनुसार गांव में बनी पानी की डिग्गी से महिलाएं पानी भर रही थी। इस दौरान तीन वर्षीय बच्चे ने ऊपर से झांका तो वह उसके अंदर गिर गया। महिलाओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आव देखा ना ताव छलांग लगा दी और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जिसको लेकर पहले गणतंत्र दिवस पर भी सम्मानित किया गया था और अब वरिष्ठ नागरिक राज्य पुरस्कार के रूप में शौर्य बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
अपनी किडनी देकर पति की बचाई जान
सेवानिवृत शिक्षिका वीना भ्याणा ने अपनी जान की परवाह न करते हुए पति एलआर भ्याणा को किडनी देकर जान बचाई थी। वीना भ्याणा के अनुसार पति की किडनी खराब हो गई और डाक्टरों ने किडनी ट्रांसलेट करने की सलाह दी। वीना भ्याणा ने बहादुरी दिखाते हुए अपनी किडनी पति को दे दी। जिससे पति को नया जीवनदान मिला। इसके अलावा सेवानिवृति के बाद वीना भ्याणा सामाजिक संस्थाएं भी चला रही है। इसके अलावा बाल कल्याण समिति में सदस्य के तौर पर काम करते हुए लापता बच्चों को भी मां-बाप से मिलवाया है। वीना भ्याणा पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से बेस्ट शिक्षक पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुकी हैं।
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